सारा दुनिया में देखा पर वो वाले पवित्र, मोहब्बत कहाँ !
नसिली आंख भी देखा पर, दिल को देहलाने वाली वो शरारत कहां !!
ये सनम तू मेरी जान है सच कहता हूं
रूप तो बहुत देखा, पर तुम्हारे जैसा खूबसूरत कहां
दुख को सुख में बदलने वाले, यह तेरे इश्क का कमाल है।
हुर भी तुझे देख के हैरान हो ! ऐसा मनमोहनी तेरा बल है।
तुम्हारे सिवाए और किसी चीज की, मुझे है अब जरारत कहां।
रूप तो बहुत देखा है पर तुम्हारे जैसा खूबसूरत कहां ।
भगवान से भी ज्यादा ये मेरे हमदम तुझे एहसास करता हूं।
तेरे ख्वाबो ख्यालों के आशियाना, में, मैं निवास करता हूं।
तुझे याद करने के सिवाय मिथलेश राजी को, अब फुर्सत कहाँ।
रूप तो बहुत देखा है, पर तुम्हारे जैसा खूबसूरत कहां।
जब तुम्हारा चेहरा सोचता हूं तो पूरा बदन में होता है चुभन।
अब तो मिल जा किसी तरह से ! ये मेरी रानी संगीता सुमन।
तुझे एक भी पल याद न किया हो, येसा मेरे पास एक भी दिन रात कहां।
रूप तो बहुत देखा है, पर तुम्हारे जैसा खूबसूरत कहां।
बात करने की जो तेरी अदा है।
ये हमसफर, उसी दिन से मेरा दिल अलविदा है।
अब तो आ जा ! है तेरी जरारत यहां।
रूप तो बहुत देखा है पर तुम्हारे जैसा खूबसूरत कहां